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भीड़ में ऐसे कोई इंसान की बातें करे / विनोद तिवारी

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भीड़ में ऐसे कोई इन्सान की बातें करे
जैसे पत्थर के बुतों में जान की बातें करे

झूठ को सच पर जहाँ तरजीह देना आम हो
कौन होगा जो वहाँ पर ज्ञान की बातें करे

है तो ख़ुशफ़हमी महज़, लेकिन बहस से फ़ायदा
शाप-ग्रस्तों से कोई वरदान की बातें करे

मंज़िलों की ओर बढ़ना है तो चलते ही रहो
लाख दुनिया गर्दिशो-तूफ़ान की बातें करे

जो स्वयं चल पाए काँधे पर लिए अपनी सलीब
हक़ बजानिब है , वही, ईमान की बातें करे