तेज़ गति से
ठण्डे हाथ
एक-एक कर
खोलते हैं
अँधेरे की पट्टियाँ
मैं खोलता हूँ अपनी आँखें
अब तक
मैं जीवित हूँ
उस घाव के बीच
जो अभी भी ताज़ा है
अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ’एतेश’
तेज़ गति से
ठण्डे हाथ
एक-एक कर
खोलते हैं
अँधेरे की पट्टियाँ
मैं खोलता हूँ अपनी आँखें
अब तक
मैं जीवित हूँ
उस घाव के बीच
जो अभी भी ताज़ा है
अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ’एतेश’