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मध्यमवर्ग / भास्कर चौधुरी

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मध्यमवर्ग चीनी की चाशनी में डूबी मिठाई खा रहा है
सप्ताह दो सप्ताह में मॉल से कपड़े खरीद रहा है
टाई पहन रहा है
ए०सी० गाड़ी चढ़ रहा है
जन्मदिन मना रहा है
चीनी माल से घर सजा रहा है
लंदन पेरिस सिंगापुर
कनाडा आस्ट्रेलिया अमरीका जा रहा है
आइ गॉना आइ वाना बोल रहा है

गाड़ी खरीद रहा है
उधार ले रहा है
उधार पटा रहा है
झूठ बोल रहा है
ठहाका-क्लबों में ठहाके लगा रहा है
ऑक्सीजन सूँघ रहा है
आर्ट ऑफ लिविंग सीख रहा है
मन्दिर बनवा रहा है
मस्जिद बनवा रहा है
साँस ले रहा है
साँस छोड़ रहा है
गंजे सर पर बाल उगा रहा है
मसाज-सेन्टरों में मसाज करवा रहा है
कहानी-कविता रच रहा है
किताबें छपवा रहा है
लेखकों की होड़ में शामिल
ज्ञानियों की दौड़ में सबसे आगे
हाफ़ पैंट पहिने
दिल्ली में मेराथन रेस में भाग ले रहा है

मध्यमवर्ग फ्लड-लाइट क्रिकेट खेल रहा है
कपड़े उतार रहा है
देर रात र्पान फिल्में देख रहा है
पार्टनर एक्सचेंज कर रहा है
इन्जीनियर डॉक्टर बन रहा है
नर्सिंगहोम खोल रहा है

मध्यमवर्ग आटा गूँधने, रोटी बेलने और सेंकने
वेट-लिफ्टिंग/ वज़न कम करने
और जागिंग की मशीनें ख़रीद रहा है
गाँवों को कस्बा
कस्बों को नगर
नगरों को महानगर बना रहा है
बोतलों में पानी पी रहा है
पानी बहा रहा है....