Last modified on 30 अप्रैल 2023, at 20:41

मन से मिटता प्यार भी तो कम नहीं है / अंजनी कुमार सुमन

मन से मिटता प्यार भी तो कम नहीं है
दुश्मनों का वार भी तो कम नहीं है

इस तरफ उन्माद कुछ ज्यादा हुआ है
उस तरफ ललकार भी तो कम नहीं है

ज्ञान बच्चों में दिखे बूढ़ों के जैसे
आजकल संचार भी तो कम नहीं है

मानते हैं दिल बहुत अब टूटते हैं
प्यार का इजहार भी तो कम नहीं है

है नहीं दौलत का कारोबार अपना
शब्द का व्यापार भी तो कम नहीं है