Last modified on 20 अप्रैल 2011, at 01:39

ममता का मंदिर माँ / शिवराज भारतीय

Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 01:39, 20 अप्रैल 2011 का अवतरण

लाड़ प्यार का समंदर मां
मोह ममता का मंदिर मां

अच्छी-अच्छी बात बताती
लोरी गाए सुलाए मां

धमकाती जब करें शरारत
रूठें तब पुचकारें मां

मां कहने से मुंह भर आता
हृदय नेह सरसाए मां

मनुज भले बुढ़ा हो जाए
उसे समझती बच्चा मां

सारे तीर्थ-धाम वहीं पर
जिस घर में मुस्काए मां

मां सम नही जगत में दूजा
परमेश्वर भी पूजे मां

अनुवाद : राजेश्वरी पारीक ‘‘मीना’’