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माँ तू साथ हैं मेरे तुझे मेरे हर ग़म की खबर है / सिया सचदेव

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माँ तू साथ हैं मेरे तुझे मेरे हर ग़म की खबर है
बिन तेरे है धूप कड़ी और मुश्किल सफ़र है

सर पे मेरे आज तेरी ममता की ठंडी छावं नहीं
कैसे झुलसा सा मन कैसी ये तपिश का असर है

रात को सोते हुए ख्वाब से जब मैं घबरा जाती
क्यों घबराए मैं पास हूँ लाडो, किस बात का डर है

जब से गयी तू मां मैंने कभी ना खाया मन से
हाथो में जो स्वाद तेरे, वो ना किसी में हुनर है

आज सिया के पास नहीं तू ,तेरी यादे है बाकी
माँ तुझसा कोई भी तो आता ना नज़र है