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"मांगत / अर्जुनदेव चारण" के अवतरणों में अंतर

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(नया पृष्ठ: <poem>औजार मत दै वे नीं खोलै मन रा भेद हथियार मत दै नीं जांणै जोड़ण री …)
 
 
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वे नीं खोलै मन रा भेद
 
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हथियार मत दै
 
हथियार मत दै

11:27, 15 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

औजार मत दै
वे नीं खोलै मन रा भेद
हथियार मत दै
नीं जांणै जोड़ण री अटकळ ।

खुद नै देखूं
जीवूं
समझूं
रीस-हार रा उछब मनावूं
हेत-प्रीत में म्हैं गम जावूं
मिनखीचारै नै बिड़दावूं
एक कवि दै
मिनख छवि दे ।