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माता छाब्या-लीप्या हो म्हारा ओटला / निमाड़ी

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

माता छाब्या-लीप्या हो म्हारा ओटला,
माता नहीं म्हारो खेलणहार
जल जमुना अम्बो मौरियो।।
माता मांज्या-धोया हो म्हारा बेडुला,
माता नहीं म्हारो ढोळणहार
जळ जमुना अम्बो मौरियो।।
माता राम-रसोई म्हारी सीगऽ चढ़ी,
माता नहीं म्हारो जीमणहार
जळ जमुना अम्बो मौरियो।।
माता एक दीजो हो लूलो, पांगळो,
म्हारी संपत को रखवाळो,
जळ जमुना अम्बो मौरियो।।