पँवारी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
माय बेटा को मेरवनऽ जलम को पाटू बाच्चा
असी माय ऽ ओ इमानन की, नथ नथवाहे
बहिन भाई को मेरवनऽ जलम को पाठ बान्धय
असी बहिन को इमानित गरा की गरसररी वाले सरी वाहे।।
माय बेटा को मेरवनऽ जलम को पाटू बाच्चा
असी माय ऽ ओ इमानन की, नथ नथवाहे
बहिन भाई को मेरवनऽ जलम को पाठ बान्धय
असी बहिन को इमानित गरा की गरसररी वाले सरी वाहे।।