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मारिफ़त की शराब है शिमला / राजेंद्र नाथ 'रहबर'

मा`रिफ़त<ref>अध्यात्म</ref>की शराब है शिमला
एक शायर का ख़्वाब है शिमला
दस्ते-क़ुदरत<ref>कुदरत के हाथों ने</ref> ने ख़ुद लिखा जिस को
एक ऐसी किताब है शिमला।

शब्दार्थ
<references/>