Last modified on 22 अक्टूबर 2013, at 05:57

मारो ना कोई ललन पर टोना / महेन्द्र मिश्र

 
मारो ना कोई ललन पर टोना।
मिथिला पुर के सखिया सेयानी आपन संभार लेहु नैना।
जइसन सिया जी बनीं सलोनी ओइसे सियावर सलोना।
माता-पिता के बस कुछ नाहीं करम लिखा सोई होना।
मधुरी रूप महेन्दर निरखे इहे बियाह इहे गवना।