भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मासूम / लकड़ी की काठी

Kavita Kosh से
Sandeep Sethi (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:47, 20 मार्च 2010 का अवतरण (लकड़ी की कांठी / मासूम का नाम बदलकर मासूम / लकड़ी की काठी कर दिया गया है)

यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

लकडी की काठी काठी पे घोड़ा
घोडे की दुम पे जो मारा हथौडा
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा

घोड़ा पहुँचा चौक में, चौक में था नाइ
घोड़ेजी की नाइ ने हजामत जो बनाई
चग-बग चग-बग चग-बग चग-बग
घोड़ा पहुँचा चौक में, चौक में था नाइ
घोड़ेजी की नाइ ने हजामत जो बनाई
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा

घोड़ा था घमंडी पहुँचा सब्जी मण्डी
सब्जी मण्डी बरफ पड़ी थी बरफ में लग गई ठंडी
चग-बग चग-बग चग-बग चग-बग
घोड़ा था घमंडी पहुँचा सब्जी मण्डी
सब्जी मण्डी बरफ पड़ी थी बरफ में लग गई ठंडी
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा

घोड़ा अपना तगडा है देखो कितनी चरबी है
चलता है महरौली में पर घोड़ा अपना अरबी है
चग-बग चग-बग चग-बग चग-बग
घोड़ा अपना तगडा है देखो कितनी चरबी है
चलता है महरौली में पर घोड़ा अपना अरबी है
बांह छुडा के दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा

लकडी की काठी काठी पे घोड़ा
घोडे की दुम पे जो मारा हथौडा
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा