भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मूर्तन / अरुणाभ सौरभ

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:42, 3 मार्च 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अरुणाभ सौरभ |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCat...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

पत्तों पर बरखा बँदन की
टप-टप टघार
कारी बदरिया के सपने हज़ार
कमरतोड़ आई महँगाई की मार
हिन्दी-पट्टी का सूखा संसार
प्यार-मोहब्बत ना दिल का बुखार
कल्पना-लोक मे क्या करते हो यार.....??
यूटोपियन सुपरस्टार...