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मेंढकी रानी / श्रीप्रसाद

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पानी भरकर के ला, मेंढकी रानी
ले घड़ा, कुएँ पर जा, मेंढकी रानी
मेंढक बैठा है घर में भूखा-प्यासा
तू बना रखेगी कुछ, उसको थी आशा
अब तम आलस दिखला मेंढक रानी
पानी भरकर के ला, मेंढकी रानी

पानी ला और बना पकवान मिठाई
पेड़े, रसगुल्ले, बरफी, बालूशाई
तू भी खा और खिला, मेंढकी रानी
पानी भरकर के ला, मेंढकी रानी

मेंढक खुश होकर गाता टर टर गाना
पानी में आता उसको नाच दिखाना
स्वर उसको खूब मिला, मेंढकी रानी
पानी भरकर के ला, मेंढकी रानी

खा-पीकर तू भी अपना नाच दिखा री
गाना गा तू भी, मिलकर खुशी मना री
अब तो मत देर लगा, मेंढकी रानी
पानी भरकर के ला, मेंढकी रानी