भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"मेरठ जिले के मेरे भातड़िए/ खड़ी बोली" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(New page: {{KKGlobal}} रचनाकार / अज्ञात KKLokRachna 9-भात का गीत <br> मेरठ जिले के मेरे भातड़िए ।<br> ...)
 
(202.54.61.110 (वार्ता) के अवतरण 25118 को पूर्ववत किया)
 
(4 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 5 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKGlobal}}
 +
{{KKLokRachna
 +
|रचनाकार=अज्ञात
 +
}}
 +
{{KKLokGeetBhaashaSoochi
 +
|भाषा=खड़ी बोली
 +
}}
  
[[रचनाकार / अज्ञात]]
+
'''भात का गीत  <br>'''
 
+
KKLokRachna
+
9-भात का गीत  <br>
+
  
 
मेरठ जिले के मेरे भातड़िए ।<br>
 
मेरठ जिले के मेरे भातड़िए ।<br>
पंक्ति 30: पंक्ति 33:
 
मेरै एक न लाइयो धोतरिया ।<br>
 
मेरै एक न लाइयो धोतरिया ।<br>
  
ओब्बो सब-सब कपड़े भूल आया<br>
+
ओब्बो सब-सब कपड़े भूल आया<br>
  
 
मेरी गठड़ी  मैं आ गई धोतरिया ।<br>
 
मेरी गठड़ी  मैं आ गई धोतरिया ।<br>
पंक्ति 39: पंक्ति 42:
  
 
>>>>>>>>>>>>>>>>>
 
>>>>>>>>>>>>>>>>>
 +
 
1-ओब्बो=बहिन<br>
 
1-ओब्बो=बहिन<br>
2-गुँठड़िया= अँगूठी<br>
+
2-गुँठड़िया= अंगूठी<br>
 
3-धोतरिया=घटिया किस्म की खद्दर<br>
 
3-धोतरिया=घटिया किस्म की खद्दर<br>
 
4-बाटड़िया = बड़ी कटोरी<br>
 
4-बाटड़िया = बड़ी कटोरी<br>

04:26, 15 जुलाई 2008 के समय का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

भात का गीत

मेरठ जिले के मेरे भातड़िए ।

बीरा सब-सब भाती आ जइयो

मेरै एक न आइयो भावजिया ।

ओब्बो सब-सब भाती रहै गये

तेरी पीछै से आ गई भावजिया ।

बीरा सब-सब बरतन ले आइयो

बीरा सब-सब गहणे ले आइयो

मेरै एक न लाइयो गुँठड़िया

ओब्बो सब-सब गहणे भूल आया

मेरी जेब मैं आ गई गुँठड़िया ।

बीरा सब-सब कपड़े ले आइयो

मेरै एक न लाइयो धोतरिया ।

ओब्बो सब-सब कपड़े भूल आया

मेरी गठड़ी मैं आ गई धोतरिया ।

बीरा सब-सब बरतन ले आइयो

मेरै एक न लाइयो बाटड़िया ।

>>>>>>>>>>>>>>>>>

1-ओब्बो=बहिन
2-गुँठड़िया= अंगूठी
3-धोतरिया=घटिया किस्म की खद्दर
4-बाटड़िया = बड़ी कटोरी