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मेरे ऑफिस में अब मेरा दिन का शिफ़्ट / त्रिपुरारि कुमार शर्मा

मेरे ऑफिस में अब मेरा दिन का शिफ़्ट
और तुम्हारे ऑफिस में रात का शिफ्ट

नन्हे बच्चों को टुकड़ों में माँ-बाप मिले हैं