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"मैंने अपराध किया है / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर

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23:45, 8 मार्च 2021 के समय का अवतरण

मैंने अपराध किया है
चांद को चूमकर लजा दिया है
दंड दो मुझे
केश-कुंज के तमांध में
क़ैद रहने का

(रचनाकाल : 30.05.1964)