Last modified on 27 सितम्बर 2015, at 22:34

म्याऊँ म्याऊँ छम / अनवारे इस्लाम

दाल भात रोटी
बिल्ली बडत्री मोटी,
चौके में बैठी
बाँध के लँगोटी।
म्याऊँ-म्याऊँ छम
सब कुछ हज़म!

कुर्सी के पीछे
टेबिल के नीचे,
पंजे से बिल्ली
चुहिया को खींचे
म्याऊँ-म्याऊँ छम
चुहिया हजम!

खा-पी के बिल्ली
पहुँच गई दिल्ली,
भूल गई रस्ता
खूब उड़ी खिल्ली
म्याऊँ-म्याऊँ छम
कुछ नहीं गम!