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"म्हनैं ठाह है : तीन / रमेश भोजक ‘समीर’" के अवतरणों में अंतर
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20:34, 15 जनवरी 2016 के समय का अवतरण
म्हनैं ठाह है
नाप जोख’र
हैसियत मुजब
बणाया जावै
अजकाळै भायला!
एक-दूजै री कमर में
खाज करणै रै राजीपै सागै
गूंथीजै रिस्ता।
इणी’ज खातर तो
आजकाळै टाळ दिया जावै
जरूरत ई कोनी रैयी अबै
बिना नखवाळां री।