Last modified on 15 जनवरी 2016, at 20:34

म्हनैं ठाह है : दोय / रमेश भोजक ‘समीर’

Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:34, 15 जनवरी 2016 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

म्हनैं ठाह है
कदै-कदास ई
म्हारै स्हैर री सड़कां माथै
निकळै जळूस
अर भेळा होवै
उण रै साथै
तूटोड़ा मिनख घणा-सारा
हाथां मांय झाल्यां
झंडा अर तख्त्यां
लागै केई-केई नारा
जणै फेर
कोई इतिहास सिरजैला....।