Last modified on 13 नवम्बर 2008, at 22:04

यहाँ रहना है तो... / श्याम सुशील

ज़मीन की तलाश
तोड़ डालेगी तुम्हें

यहाँ रहना है तो
पत्थरों में--
फसल उगाना सीखो !