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यहाँ विफलता नहीं संघर्ष को याद किया जाता है / विपिन चौधरी

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प्रार्थना के लिए दोनों हाथों को खाली होना चाहिए
           यह मान्यता उस वक़्त धूल-दूसरित हो गयी थी
जब तुम यासर अराफात
अपने एक हाथ में फूल और
दूसरे में पिस्तौल लिए
येरूशेलम में प्रार्थना की इच्छा में उमगे थे

लुभाता था मुझे
बचपन में तुम्हारा वो काला- सफ़ेद चैक वाला साफा
वो दरअसल फिलिस्तीन का नक्शा निकला
तब तो यह भी नहीं जानती थी कि
दो सीमाओं की लड़ाई
एक नेता को जन्म देती आयी है

जितने रूप एक इंसान के हो सकते हैं उससे कहीं अधिक में
तुम दिखते यासर अराफात


रिफूजी कैम्पों में भटकते हुआ
यासर अराफात
युद्ध पीड़ितों को अपनाता हुआ
यासर अराफात
अपने ही देश में सैनानी
यासर अराफात
प्रदेशों को अधिकार से बांधता
यासर अराफात
सीरिया टुनिशिया के चेक पॉइंट पर खड़ा
यासर अराफात
मिश्र से बदूंकों की तस्करी करता
यासर अराफात
साल दर साल यात्राओं पर चल निकलता
यासर अराफात
युद्धों, आत्मघाती हमलों, कार और विमान दुर्घटनाओं से साफ़ बच निकलता यासर अराफात


ठीक है तुम हमारे देश के नहीं थे पर
तुमसे प्रभावित न होने ही यह वजह नहीं हो सकती
           और वैसे भी तुम भी जानते यासर अराफात कि
            कुछ वजहें कभी पकड़ में न आ सके तो बेहतर