http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6_%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80_%E0%A4%86_%E0%A4%97%E0%A4%88_(%E0%A4%B6%E0%A4%B0%E0%A4%A6_%E0%A4%97%E0%A5%80%E0%A4%A4)_/_%E0%A4%89%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%B2_%E0%A4%B8%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%AD%E0%A5%82%E0%A4%B7%E0%A4%A3&feed=atom&action=historyयाद पुरानी आ गई (शरद गीत) / उर्मिल सत्यभूषण - अवतरण इतिहास2024-03-29T07:18:13Zविकि पर उपलब्ध इस पृष्ठ का अवतरण इतिहासMediaWiki 1.24.1http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6_%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80_%E0%A4%86_%E0%A4%97%E0%A4%88_(%E0%A4%B6%E0%A4%B0%E0%A4%A6_%E0%A4%97%E0%A5%80%E0%A4%A4)_/_%E0%A4%89%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%B2_%E0%A4%B8%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%AD%E0%A5%82%E0%A4%B7%E0%A4%A3&diff=268996&oldid=prevसशुल्क योगदानकर्ता ५: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=उर्मिल सत्यभूषण |अनुवादक= |संग्रह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया2019-10-20T18:52:02Z<p>'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=उर्मिल सत्यभूषण |अनुवादक= |संग्रह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
<p><b>नया पृष्ठ</b></p><div>{{KKGlobal}}<br />
{{KKRachna<br />
|रचनाकार=उर्मिल सत्यभूषण<br />
|अनुवादक=<br />
|संग्रह=मेरे गीत मसीहा / उर्मिल सत्यभूषण<br />
}}<br />
{{KKCatGeet}}<br />
<poem><br />
याद पुरानी आ गई<br />
मेरा दिल बहला गई<br />
झील थी और नाव थी<br />
हम थे तुम थे रात थी<br />
तारों की बारात थी<br />
खुशियाँ थी बरसा गई<br />
थी पूनम की रात वो<br />
और शरद का चांद वो<br />
हमें देखती आंख वो<br />
शायद थी शरमा गई<br />
हम तुम तो मदहोश थे<br />
चुप थे या बेहोश थे<br />
चप्पू भी खामोश थे<br />
नाव भंवर में आ गई<br />
अस्फुट स्वर में गाती मैं<br />
और लिपटती जाती मैं<br />
शरमाती, घबराती मैं<br />
लहरों सी लहरा गई<br />
देखा लहरों का नर्त्तन<br />
देखा पुष्पों का वर्षण<br />
कुदरत का वो आकर्षण<br />
रूप अनूप दिखा गई<br />
हृदय हृदय से मिलते थे<br />
फूल प्रेम के खिलते थे<br />
जल में साये हिलते थे<br />
छटा अनोखी छा गई।<br />
</poem></div>सशुल्क योगदानकर्ता ५