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यूं ही जिया / राजेश चड्ढ़ा

अभिनय-
अगर
कभी किया,
तो ऐसे किया
जैसे- जीवन हो |
और
जीवन-
जब भी जिया,
तो ऐसे जिया
जैसे-
अभिनय हो ।
जो-
सहज लगा,
वही-
सत्य लगा,
और-
जो सत्य लगा
उसे-
स्वीकार किया |
कभी-
अभिनय में,
कभी-
जीवन में ।