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यूज़ एंड थ्रो / समझदार किसिम के लोग / लालित्य ललित
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मुक्त होती जिंदगी में
क्या मुक्त है आज
हम सभी
नहीं
कभी भी ना मुक्त होंगे
समाज
सरोकार
रिश्ते-नातों में बंधे
कभी भी ना मुक्त् थे
ना होंगे
लेकिन
इस जिंदगी में
सब एक दूसरे को
‘यूज’ कर
‘थ्रो’ कर रहे हैं
बगल में राम
बगल में छुरी
का
प्रयोग
बेलगाम जारी है
हर-हर महादेव