[[Category:ग़ज़ल]]
ये निकहतों कि नर्म रवी, ये हवा, ये रात<br>
याद आ रहे हैं इश्क इश्क़ के टूटे ता-अल्लुकाततअल्लुक़ात<br><br>मासूमियों की गोद में दम तोडता तोड़्ता है इश्कइश्क़्<br>अब भी कोई बना ले तो बिगडी बिगड़ी नहीं है बात<br><br>
इक उम्र कट गई है तेरे इन्तज़ार में<br>
ऐसे भी हैं कि कट ना न सकी जिनसे एक रात<br><br>
हम अहले-इन्तज़ार के आहट पे कान थे<br>
ठन्डी ठण्डी हवा थी, गम ग़म था तेरा, ढल चली थी रात<br><br>
हर साई-ओ-हर अमल में मोहब्बत का हाथ है<br>
तामीर-ए-ज़िन्दगी के समझ कुछ मुहरकात<br><br>
अहल-ए-रज़ा में शान-ए-बगावत बग़ावत भी हो ज़रा<br>इतनी भी ज़िन्दगी ना न हो पाबंदगीपाबंद-ए-रस्मियात<br><br>
उठ बंदगी से मालिक-ए-तकदीर बन के देख<br>
क्या वसवसा अज़ब अजब का क्या काविश-ए-निज़ात<br><br>मुझको तो गम ग़म ने फ़ुर्सत-ए-गम ग़म भी ना न दी फ़िराक<br>दे फ़ुर्सत-ए-हयात ना न जैसे गमग़म-ए-हयात<br><br>