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"रस्सियों जकड़ा आकाश / अवतार एनगिल" के अवतरणों में अंतर

 
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<poem>घुल गया
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घुल गया
 
काला-नीला
 
काला-नीला
 
रस्सियों जकड़ा आकाश  
 
रस्सियों जकड़ा आकाश  

17:13, 7 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

घुल गया
काला-नीला
रस्सियों जकड़ा आकाश
काफी के प्याले में

उलझनों का ताना-बाना
सुन्दरम भ्रांतियों का आनन्द
हमारे होंठ रंगीन कर गया
शोक प्रस्ताव पढ़ता जोकर
बहुरूपियों के शहर में
रूप बदलता मर गया।