Last modified on 1 जुलाई 2015, at 16:03

राजा की सवारी आ रही है / मोहनदास नैमिशराय

राजा की सवारी आ रही है
यान्त्रिक घोड़ों पर सवार सुरक्षाकर्मी
सायरन सुनकर ही
समझ जाता है आम आदमी
राजा की सवारी आ रही है

चौराहे पर खड़ा सिपाही
संकेत देता है
लालबत्ती पर राजा रुकेगा नहीं
भीड़ खड़ी
ठगी देखती है
राजा की सवारी आ रही है

राजा के होंठों पर मुस्कान है
राजा आम आदमी नहीं है
राजा की सवारी ऐसी नहीं
जो रुक-रुक कर चले
उसे योजनाएँ बनानी हैं
उद्घाटन करने हैं
राजा की सवारी आ रही है।