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रातिए जे एलै रानू गउना करैले / अंगिका

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

रातिए जे एलै रानू गउना करैले
कोहबर घर में सूतल नीचीत ।
जकरो दुअरिया हे रानो कोसी बहे धार
से हो कैसे सुतै हे नीचीत ।
सीरमा बैसल हे रानो कोसिका जगावै
सूतल रानो उठल चेहाय ।
कांख लेल धोतिया हे रानो मुख दतमनि
माय तोरा हँटो हे रानो बाप तोरा बरजौ
जनु जाहु कोसी असनान ।
हँटलौ ने माने रानो दबलौ ने माने
चल गेलै कोसी असनान ।।