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राम और राम के बीच गायब राम ही होता है,
लड़ता रह जाता है नाम उसका। उसका । भीतर से तालाबंद बन्द कर लेता है अल्ला और ईसा बाहर सूलीपर चढ़ता है। है । नदी पर बांध बान्ध देने वाला घुटने भरपानी में डूबता है, अपने आप टूटता पहाड़ तोड़ने वाला।वाला ।और जो नया-नया रास्ता निकालता है,टकराता जारहा है दिशाओं से- हदों से, रास्ता अपना बंद बन्द करलेता है, घुटता है मन के अंधेरे अन्धेरे में , सूरज जबकिठीक उसके सर पर चमकता है। है । आदमी जहाँ आदमी
नहीं रह जाता, सबसे बड़ा शत्रु पहले आदमी का
होता है। है । वैसे आदमी कभी कम नहीं था किसी से,कम नहीं है। है । मगर आदमी, आदमी वह कहाँ है?
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