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रिफ्यूजी / तेनजिन त्सुंदे / अरुण चन्द्र रॉय
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08:56, 26 सितम्बर 2019
तुम्हारे माथे पर
दोनों भौंहों के बीच
लिखा है
’आर’
’र’
—
कहा था शरणार्थी शिविर में
एक शिक्षक ने !
अपनी मातृभाषा में ।
मेरे माथे पर लिखे
’श’
’र’
को
अँग्रेज़ी और हिन्दी की जीभ के बीच
तिब्बती जीभ पढ़ती है :
अनिल जनविजय
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