Last modified on 28 सितम्बर 2013, at 17:05

रूपक / रामकृष्ण वर्मा 'बलवीर'

Mani Gupta (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:05, 28 सितम्बर 2013 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

गोरा गोरा रंग हौ भभुतवा रमौले मानो सेली लाल ललिया लकीर।
रूपवा के भिखिया पलकिया में माँगे ‘बलविरिवा’ की अँखियाँ फकीर।।
झपझप-झपकेली सोई मानो गोरिया री झुक-झुक करेली सलाम।
(तोरे) गोड़वा की धुरिया बरौनियाँ से पोंछें ‘बलविरिवा’ के अँखिया गुलाम।।