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लम्बे, बड़े लम्बे समय तक अमेरिका ! / वाल्ट ह्विटमैन / दिनेश्वर प्रसाद

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लम्बे,  बड़े लम्बे समय तक अमेरिका !
सभी समतल और शान्त मार्गों से यात्रा करते हुए तुमने आनन्द 
और उत्थान से ही सीखा था,
लेकिन आह ! आह ! अब दुःखदायी संकटों से आगे बढ़ते हुए, भीषणतम
नियति से जूझते और पीछे हटे बिना सीखना,
और अब विचार करना और दुनिया को यह दिखाना कि
तुम्हारी सन्तानें  समवेत रूप में क्या हैं;
(क्योंकि अब मेरे सिवा किसने यह विचार किया है कि
तुम्हारी सन्तानें समवेत रूप से क्या हैं?)

रचनाकालः  1865-1861 ई०  1861 ई० में

 केवल  शीर्षक और अन्तिम पंक्ति को बदल दिया गया है

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : दिनेश्वर प्रसाद

लीजिए, अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
              Walt Whitman
         Long, too long America

Long, too long America,
Traveling roads all even and peaceful you learn'd from joys and prosperity only,
But now, ah now, to learn from crises of anguish, advancing, grappling with direst fate and recoiling not,
And now to conceive and show to the world what your children en-masse really are,
(For who except myself has yet conceiv'd what your children en-masse really are?)