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लहर है… / पंकज चौधरी

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लहर है
झूठ और फरेब की सवारी गांठने वालों की लहर है

लहर है
नफरत और घृणा का विष बोने वालों की लहर है

लहर है
पाखंड के ट्ट्टूओं की लहर है

लहर है
कच्‍चा गोश्‍त खाने वाले आदमखोरों की लहर है

लहर है
विज्ञान का तंत्रीकरण, मंत्रीकरण और जोशीकरण करने की लहर है

लहर है
चंद्रगुप्‍त मौर्य को चंद्रगुप्‍त द्वितीय बताने वालों की लहर है

लहर है
तक्षशिला को भारत में करने की लहर है
लहर है
देश को 'हिन्‍दुस्‍थान' बनाने की लहर है

लहर है
हाशिमों, अब्‍दुल्‍लों, रहमानों को टुकड़े-टुकड़े कर देने की लहर है

लहर है
अंसारियों, कुरेशियों से बदला लेने की लहर है

लहर है
नाजनीनों की कोख में त्रिशूल भोंक देने की लहर है

लहर है
दिलीप कुमारों को पाकिस्‍तानी एजेंट बताने वालों की लहर है

लहर है
ग्राह्म स्‍टेन्‍स और उनके मासूमों को जिंदा जला देने की लहर है

लहर है
जसोदा बेनों को वनवासों में भेजने की लहर है

लहर है
पिछड़ों को हनुमान बना देने की लहर है

लहर है
वाल्‍मीकियों को 'कर्मयोग' का पाठ पढ़वाने की लहर है

लहर है
बाबासाहेब को ‘’झूठा देवता’’ बताने वालों की लहर है

लहर है
पुष्‍यमित्र शुंगों के लौटने की लहर है

लहर है
मनु की औलादों की बाढ़ आने की लहर है

लहर है
कबीर पर हंसने वालों की आमद बढ़ने की लहर है

लहर है
चार्वाकों को जिंदा जला देने की लहर है


लहर है
महात्‍मा बुद्ध पर शंकराचार्यों को बिठाने की लहर है

लहर है
भारत को आग का दरिया बना देने की लहर है

लहर है
अल्‍लाह के विध्‍वंसकों की लहर है

लहर है
गांधी के हत्‍यारों की लहर है

लहर है
पूरे देश को हाफ पैंट पहना देने की लहर है!