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लेकिन तुम रात को पा लेती हो अपना भात / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल

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लेकिन तुम रात को पा लेती हो अपना भात और अपने तले हुए सेम
और साथ में ताज़ा पनीर और तोर्तिया
या एक भुना हुआ केला

तुम उन्हें खाती हो किसी सुरक्षा सैनिक की निगरानी के बगैर
और तुम्हारे कोका के जग को तुमसे पहले
कोई फ़ौजी अफ़सर नहीं चखता
 
और इसके बाद तुम चाहो तो
कोई देहाती धुन बजा सकती हो अपने गिटार पर
और तुम्हें नहीं सोना पड़ता टोही रोशनियों और कँटीले तारों
और पहरेदारी की मीनारों से घिरे हुए।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : मंगलेश डबराल