फिर मैं आया
अब की बार अधिक बौराया
पहले से ज्यादा फूलों की ढेरी लाया
गाँव-गली में गिरि में वन में
रंग बिरंगा मेरा यौवन नहीं समाया
फिर मैं आया
अब की बार अधिक बौराया
पहले से ज्यादा फूलों की ढेरी लाया
गाँव-गली में गिरि में वन में
रंग बिरंगा मेरा यौवन नहीं समाया