Last modified on 13 जनवरी 2021, at 23:19

वहम के बादलों से / अनिता मंडा

वहम के बादलों से
अटा हुआ है आकाश
अज़ाबों की बारिशें हैं
कहर है हर सम्त
ख़ुदाया वो भरोसे की
बारिशें कहाँ गई