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'अना' क़ासमी से जुड़े हुए पृष्ठ
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- कभी वो शोख़ मेरे दिल की अंजुमन तक आए / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- ये फ़ासले भी, सात समन्दर से कम नहीं / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- माने जो कोई बात, तो इक बात बहुत है / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- कभी हाँ कुछ, मेरे भी शेर पैकर में रहते हैं / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- बहुत वीरान लगता है, तिरी चिलमन का सन्नाटा / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- ख़बर है दोनों को दोनों से दिल लगाऊँ मैं / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- यूँ इस दिले नादाँ से रिश्तों का भरम टूटा / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- ये अपना मिलन जैसे इक शाम का मंज़र है / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- दिल की हर धड़कन है बत्तिस मील में / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- खैंची लबों ने आह कि सीने पे आया हाथ / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- ये मक़ामे इश्क़ है कौनसा, कि मिज़ाज सारे बदल गए / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- उससे कहना कि कमाई के न चक्कर में रहे / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- पैसा तो खुशामद में, मेरे यार बहुत है / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- उसको नम्बर देके मेरी और उलझन बढ़ गई / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- बचा ही क्या है हयात में अब सुनहरे दिन तो निपट गए हैं / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- उस क़ादरे-मुतलक़ से बग़ावत भी बहुत की / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- फ़न तलाशे है दहकते हुए जज़्बात का रंग / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)
- कैसा रिश्ता है इस मकान के साथ / 'अना' क़ासमी (← कड़ियाँ)