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'सज्जन' धर्मेन्द्र से जुड़े हुए पृष्ठ
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देखें (पिछले 20 | अगले 20) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- जाल सहरा पे डाले गए / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- मिलजुल के जब कतार में चलती हैं चींटियाँ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- निजी पाप की मैं स्वयं को सजा दूँ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- उड़कर नभ तक रेत जली / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- बिन तुम्हारे होश में रहना सज़ा है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- न ऐसे देख बेचारा नहीं हूँ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- छोटे छोटे घर जब हमसे लेता है बाजार / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- सत्ता की गर हो चाह तो दंगा कराइये / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- दिल हो गया है जबसे टूटा हुआ खिलौना / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- धर्म की है ये दुकाँ आग लगा देते हैं / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- कुछ तो अपने लिये बचाया कर / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- जुड़ो जमीं से कहते थे जो वो ख़ुद नभ के दास हो गए / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- मेरे संग-दिल में रहा चाहती है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- न इतनी आँच दे लौ को के दीपक ही पिघल जाएँ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- निरक्षरता अगर इस देश की काफ़ूर हो जाए / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- रह गया ठूँठ, कहाँ अब वो शज़र बाकी है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- न दोष कुछ तेरी कटार का है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- तर्क जब से जवाँ हो गए / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- मेरा माथा उबलती धूप छू के लौट जाती है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)
- दिल के सारे राज़ खोने जा रहा हूँ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (← कड़ियाँ)