भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
आईना-दर-आईना / डी. एम. मिश्र से जुड़े हुए पृष्ठ
Kavita Kosh से
नीचे दिये हुए पृष्ठ आईना-दर-आईना / डी. एम. मिश्र से जुडते हैं:
देखें (पिछले 500 | अगले 500) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- मौत का मंज़र हमारे सामने था / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- आइने में खरोचें न दो इस क़दर / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- सत्ता की कामयाबियों में देखिये उसे / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- शौक़िया कुछ लोग चिल्लाने के आदी हो गये / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- फ़ितरतों से दूर उसकी मुफ़लिसी अच्छी लगी / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- अँधेरा जब मुक़द्दर बन के घर में बैठ जाता है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- कभी लौ का इधर जाना, कभी लौ का उधर जाना / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- प्राणों में ताप भर दे वो राग लिख रहा हूँ / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- नम मिट्टी पत्थर हो जाये ऐसा कभी न हो / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- गाँवों का उत्थान देखकर आया हूँ / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- भेदे जो बड़े लक्ष्य को वो तीर कहाँ है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- ग़ज़ल बड़ी कहो मगर सरल ज़बान रहे / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- मगर हुआ इस बार भी वही हर कोशिश बेकार गई / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- देर से जाना उसे वो आदमी मक्कार हूँ / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- खिली धूप से सीखा मैने खुले गगन में जीना / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- छू लिया मिट्टी तो थोड़ा हाथ मैला हो गया / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- मुहब्बत टूट कर करता हूँ, पर अंधा नहीं बनता / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- सुनता नही फ़रियाद कोर्इ हुक्मरान तक / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- जिनके जज़्बे में जान होती है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- दो घड़ी फूल की कहानी है ये महक, रूप ये जवानी है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- आदमी देवता नही होता / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- थोडा़-सा मुस्काने में क्यों इतनी देर लगा दी / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- सेाया है इस तरह से कि उठना मुहाल है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- घनी है रात मगर चल पड़े अकेले हैं / डी. एम मिश्र (← कड़ियाँ)
- दूर से आकर हमारा वो क़रीबी हो गया / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- गुलाबों की नर्इ क़िस्मों से वो खु़शबू नहीं आती /डी. एम मिश्र (← कड़ियाँ)
- काँटों की बस्ती फूलों की, खु़शबू से तर है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- फ़रेब, झूठ का मंज़र कभी नहीं देखा / डी. एम मिश्र (← कड़ियाँ)
- रह-रह के कौन आ रहा दिल में, दिमाग में / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- घर से बाहर तो आकर हँसा कीजिए / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- इक घड़ी भी जियो इक सदी की तरह / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- प्यार के स्वप्न जितने विफल हो गये / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- प्यार मुझको भावना तक ले गया / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- आपकी इक झलक देखकर प्यार की वो नज़र हो गया / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- दिल को बहलाओ मगर पागल बहलता ही नही / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- अगर वो चैन-व-क़रार था तो उदासियाँ दे गया कहाँ वो / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- घुट-घुट हो मरना तो प्यार करे कोई / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- प्यार समर्पण हार गया, हठ जीत गया / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- बहुत तलाशा मैंने लेकिन मिला न कोई बेईमान / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- मेरे आँसू कागज़ पर थक जाते चलते-चलते / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- गुमराह अक्सर हो गया जहाँ रास्ता आसान था / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- शहर के ऐशगाहों में टँगे दुख गाँव वालों के / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- फिर आ गयी है नयी योजना निमरा करे सवाल / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- यतीमों की तरफ़ से भी मगर पैग़ाम लिख लेना / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- कहीं इरादा रूपया है तो कहीं तरक़्क़ी है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- दूर से बातें करो अब वो विधायक है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- देश की धरती उगले सोना वो भी लिखो तरक़्क़ी में / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- ज़ुबाँ हो तो वो बोले, बेज़ुबाँ बोले मगर कैसे / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- कुछ मेरा दीवानापन था, कुछ नसीब का चक्कर था / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- जो कट गयी है ज़िंदगी मुड़कर उसे देखा नहीं / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- दरिया का हुस्न छोटे से क़तरे में देखिये / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- है वही दुनिया नये अंदाज़ में दिखने लगी / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- उससे बातें करें पर वो ज़िंदा तो हो / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- बेाझ धान का लेकर वो जब हौले-हौले चलती है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- दरपन ने जो चोट सही वो पत्थर क्या जाने / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- समन्दर की लहर पहचानता हूँ क्या करूँ लेकिन / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- बुझे न प्यास तो फिर सामने नदी क्यों है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- हवा में है वो अभी आसमान बाक़ी है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- इन बुज़़ु़र्गों की ज़रूरत अब कहीं पड़ती नहीं / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- वो हमको अच्छा लगता है हम उस पर प्यार लुटाते हैं / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- किसी की आँख से दुनिया हमें अब देखनी पड़ती / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- बड़े वो लोग हैं किरदार की बातें करते / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- उनकी उँगली में जो होता तो नगीना होता / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- मेरा आँगन मेरे घर में रहने को तैयार नहीं / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- दुकाँ छोटी हो लेकिन दोस्तो बैनर बड़ा रखना / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- जहर तुमने अकेले पी लिया ऐसा नहीं होता / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- इतने क़रीब रह के मगर भूल गये हैं / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- अपना है मगर अपनो सी इज़्ज़त नहीं देता / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- झोंपड़ी में हों या हवेली में / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- पलकों के शामियाने में ख़्वाब पल रहे थे / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- कोई बंधन हो छूट जाता है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- तुमने यार बजा फ़रमाया ग़ज़ल तो एक इशारा है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- बडे आराम से वो क़त्ल करके घूमता है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- अँधेरा है घना फिर भी ग़ज़ल पूनम की कहते हो / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- जिदगी में यूँ तो लाखों ग़म मिले / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- समय बदलते अपने भी सब बदल गये / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- लंबी है ये सियाहरात जानता हूँ मैं / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- मिट्टी का जिस्म है तो ये मिट्टी में मिलेगा / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- ग़ज़ल ऐसी कहो जिससे कि मिट्टी की महक आये / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- अश्कों को मैंने पी के भी दिल को बड़ा किया / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- हाले दिल क्या सुनाऊँ तुझे वक़्त गुज़रा नहीं भूलता / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- बहुत सुना था नाम मगर वो जन्नत जाने कहाँ गयी / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- भूमिका / आईना-दर-आईना (← कड़ियाँ)
- प्यार कब घटता है लेकिन दूरियों से / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- प्यार रिश्ता हो न हो, पर धर्म है, ईमान है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- प्यार में क्या-क्या समर्पण हो गया / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- ज़िंदगी दो-चार पल बहला गये / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- आवाज़ों को सुनसानों तक ले जाने दो / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- मिट गये देश के जो सृजन के लिए / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- किसे दिखाऊँ जख़्म हृदय का गहरा-गहरा है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- कहाँ मैं तलाशूँ मज़ा ज़िंदगी का / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- हमने भी आज कर लिये दर्शन शराब के / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- ये ज़मीन खुशबुओं से भरी कोई फूल इसमें खिलाइये / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- माना इक सुंदर शहर यहाँ / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- दुविधा पर जीवन है मस्ती पर चाँदनी / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- जामे ज़हर भी पी गया अश्कों में ढालकर / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- हमने गर आसमाँ उठाया है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- हवा में शोर हो तो रागिनी अच्छी नहीं लगती / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- बैठ करके मौत की या तो प्रतीक्षा कीजिए / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- जुल्म की दीवार उठ कर तोड़ दो / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- ज़िंदगी में जब ग़मों का दायरा बढ़ने लगा / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- बात को साफ कहो, सीधे कहो / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- भटक रही है जो रूह मेरी कभी इस मकाँ, कभी उस मकाँ / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- तुम इतने खूसूरत हो कि बरबस आँख टिक जाये / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- साकी नही तो जाम क्या / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- गर जा रहे हैं आप तो कुछ कहके जाइये / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- माना तेरे होठों पे खुशियों के तराने हैं / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- छल-फ़रेबों से निकलकर देखें / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- दिल जो घूमा करता था आवारा-सा / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- दर्द में डूबा हुआ कोई ख़जाना तो हो / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- बड़े-बड़े पर्वत, पहाड़ देखे हैं जो वीरान बने / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- हम भारत के भाग्य-विधाता मतदाता चिरकुट आबाद / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- तेरे जाने पर भी तेरी याद न मन से जाती है / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- जेा भी है जैसी भी है अपनी सँवारो ज़िंदगी / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)
- लाख काँटे हैं यहाँ पर फूल हैं, कलियाँ भी हैं / डी. एम. मिश्र (← कड़ियाँ)