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गांव / मनोज श्रीवास्तव
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11:42, 4 अक्टूबर 2010
उसकी तेज का उनीदापन है
गाम्व
गांव
सुदूर मंदिर में बजते
घण्टे-घड़ियाल की निनाद है
मस्जिद की अजान-लहरियाँ है
घटाटोप आसमान से चिड़ियों का
विहंगावलोकन है
ताल-तलैयों में
दुबकी
डुबकी
लगाते
हंसों की कलरव किलकारियाँ है
लुप्तप्राय पनघटों पर
Dr. Manoj Srivastav
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