Changes

|रचनाकार=ख़ुमार बाराबंकवी
|संग्रह=
}}{{KKVID|v=lfuAHrxANNoTJgtJwlSly8}}
<poem>
वो हमें जिस कदर आज़माते रहे
अल्लमा लफ़्जिशे यक तब्बसुम "खुमार"
ज़िन्दगी भर हम आँसू बहाते रहे
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,100
edits