Last modified on 5 जुलाई 2009, at 02:18

व्यवस्था / देवी प्रसाद मिश्र

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:18, 5 जुलाई 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=देवी प्रसाद मिश्र}} <poem> शिवलिंग-सी सदियों से मान...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

शिवलिंग-सी
सदियों से
मान्य, पूज्य
किन्तु जड़
निस्तेज
निष्क्रिय
निर्वीर्य!