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शहर में रात / सुमन केशरी

शहरों में कभी रात नहीं होती
दिन से ज़्यादा चमकतीं हैं
यहाँ की रातें

यहाँ रातों में
दूर-दूर से पहचानी जाती हैं
नियोन-लाइट दमकातीं इमारतें

तारे डर से दुबके रहते हैं घरों में

क्या पिछले दिनों
आपमें से किसी की मुलाक़ात हुई
अपनी छत पर
सप्तऋषि से ।