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शिव जी हीरो बनोॅ हो-01 / अच्युतानन्द चौधरी 'लाल'

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ताल कहरवा

चलवा दिहतिया छोड़ी सीखोॅ चाल शहरी
छोड़ोॅ बसहा के सवारी मोटर कार चढ़ोॅ हो
शिवजी हीरा बनोॅ हो।।
अइलै फैशन के जमाना मोटर कार चढ़ोॅ हो
शिवजी हीरा बनोॅ हो।।

भसम तों लगाना छोड़ोॅ पाउडर लगावोॅ
तोंहें लाल के कहना मानोॅ शिवजी संेट लगावोॅ हो
शिवजी हीरो बनोॅ हो।।

जटवा कटाबोॅ केशवा क्रीम में संवारोॅ
छोड़ोॅ मृगछाला बचछाला, तोंहें कपड़ा पीन्होॅ हो
शिवजी हीरो बनोॅ हो।।

खम खम पैन्ट कोट नेकटाय चढ़ायोॅ साहब बनोॅ हो
शिवजी हीरो बनोॅ हो।।

घरवा मेरिन ड्राइभ में शिवजी खरीदोॅ
छोड़ी छोड़ी क’ देवघर तोहे बम्बइया बनोॅ हो
शिवजी हीरो बनोॅ हो।।

कहरवा

बोलोॅ बं बं बं भोला महा दानी।।
भाल चन्द सिर गंग संग मातु भवान।।
शिवजी के सिर सोहे लाली पगढ़िया
गौरा क’ सोहे चुनरी धानी।।

ताल-कहरवा

कमरथुआ भ’ गेलोॅ छै चूर हे भोला बाबा
आबे नै सकै छै कमरथुआ।।

तोरोॅ नगरिया बड़ी ूर है भोला बाबा
आबे नै सकै छै कमथुआ।।

पांच रंग मटिया के बनलोॅ छै देहिया हे
भ’ गेलै चकनाचूर हे भोला बाबा
आबे नै सकै छै कमथुआ।।

कफ पित बाय तीनों कंठोॅ पर बैठी गेलै
लाल के लागोॅ गोहरिया हे भोला बाबा
आबे नै सकै छै कमरथुला।।