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श्री वल्लभ प्रभु करुणा सागर / रसिक दास

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श्री वल्लभ प्रभु करुणा सागर, जगत उजागर गाइये।
श्री वल्लभ के चरण कमल की, बलि बलि बलि बलि जाइये॥१॥

वल्लभ सृष्टि समाज संग मिल, जीवन को फल पाइये।
श्री वल्लभ गुण गाइये, जा हि ते रसिक कहाइये॥२॥