http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%83%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%B0_%E0%A4%B0%E0%A4%B8_/_%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%B9_%27%E0%A4%A4%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A4%A4%E0%A5%81%E0%A4%95%27&feed=atom&action=historyश्रृंगार रस / हरजीत सिंह 'तुकतुक' - अवतरण इतिहास2024-03-29T02:17:00Zविकि पर उपलब्ध इस पृष्ठ का अवतरण इतिहासMediaWiki 1.24.1http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%83%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%B0_%E0%A4%B0%E0%A4%B8_/_%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%A4_%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%B9_%27%E0%A4%A4%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A4%A4%E0%A5%81%E0%A4%95%27&diff=291217&oldid=prevसशुल्क योगदानकर्ता ५: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हरजीत सिंह 'तुकतुक' |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया2021-08-09T17:26:18Z<p>'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हरजीत सिंह 'तुकतुक' |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
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|रचनाकार=हरजीत सिंह 'तुकतुक'<br />
|अनुवादक=<br />
|संग्रह=<br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
एक़ बार हम मन्च पर खडे कविता सुना रहे थे।<br />
श्रोता श्रृंगार रस में डूबे जा रहे थे।<br />
<br />
हमारे कंठ से <br />
कविता कामिनी बही जा रही थी।<br />
परन्तु हमारी नज़र<br />
पहली पंक्ति से आगे नहीं बढ़ पा रही थी।<br />
<br />
क्योंकि पहली पंक्ति में बैठी एक बाला <br />
बार बार हमें देख कर मुस्करा रही थी।<br />
और लगातार <br />
अपनी सैंडल सहला रही थी।<br />
<br />
जब काफी देर तक यह प्रक्रिया नहीं रूकने पाई।<br />
तब हमारी अन्तरात्मा ज़ोर से चिल्लाई।<br />
<br />
हमने कहा <br />
हे देवी, क्यों सेन्टर की पालिसी अपना रही हो।<br />
ऊपर से मुस्करा रही हो ।<br />
नीचे से चप्पल दिखा रही हो।<br />
<br />
अरे अगर खुन्दक आ रही है <br />
तो खुन्दक उतारो।<br />
चप्पल उतारो <br />
और दे मारो।<br />
<br />
वो बोली <br />
कविवर आप व्यर्थ ही घबरा रहे हैं।<br />
शायद मेरा व्यवहार समझ नहीं पा रहे हैं।<br />
<br />
आप के श्रृंगार रस में गोते लगा रही हूं।<br />
इस लिए बार बार मुस्करा रही हूं।<br />
और मेरे पति कहीं गोते ना लगाने लगें।<br />
इस लिए यह सैंडल सहला रही हूं।<br />
</poem></div>सशुल्क योगदानकर्ता ५