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सच्चाई को गायेंगे / शिव ओम अम्बर

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सच्चाई को गायेंगे,
सरमद शीश कटायेंगे।

तुम झंझाएँ बुलवा लो,
हम फिर दीप जलायेंगे।

सुख-दुख फेरीवाले हैं,
ये आयेंगे जायेंगे।

वर्जित फल है इश्क़ इसे,
हिम्मतवर ही खायेंगे।

मत छापो अख़बारों में,
हम दिल पे छप जायेंगे।