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"सदस्य वार्ता:विनय प्रजापति" के अवतरणों में अंतर

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(नया पृष्ठ: विनय, आप बहुत अच्छे तरीके से कठिन शब्दों के अर्थ लिखते हैं। पाठक ह...)
 
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== "/" के बारे में ==
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विनय,
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किसी भी रचना का लिंक बनाते समय "/" के दोनों ओर एक-एक स्पेस दें तो बेहतर होगा। इससे पढ़ने में भी आसानी होती है और यही कविता कोश की अब तक की convention भी रही है। ऐसा न करने से कोई मुश्किल खड़ी नहीं होती -सो कभी-कभी ऐसी ग़लती के होने को हम महत्वपूर्ण नहीं मानते। लेकिन संभव हो तो इससे बचना चाहिये।
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--[[सदस्य:सम्यक|सम्यक]] १०:३३, १४ फरवरी २००९ (UTC)

16:03, 14 फ़रवरी 2009 का अवतरण

विनय,

आप बहुत अच्छे तरीके से कठिन शब्दों के अर्थ लिखते हैं। पाठक हमेशा से यह चाहते रहे हैं कि कविता कोश में शब्दार्थ और अधिक दिये जायें। आपके द्वारा दिये गये शब्दार्थ बहुत सहायक सिद्ध होते हैं। इसी प्रक्रिया को आसान और बेहतर रूप देने के लिये आज मैनें कोश में <ref> </ref> टैग्स को install कर दिया है। इनका प्रयोग कैसे करना है यह आप तुरंत समझ जाएंगे। इसके लिये यह पन्ना देंखे:

नै बुलबुले-चमन न गुले-नौदमीदा हूँ / सौदा

इस पन्ने के Edit mode में जाकर देखिये कि किस तरह इन टैग्स का प्रयोग किया गया है और आगे से इन्हें प्रयोग कीजिये। आपका योगदान सराहनीय है।

शुभाकांक्षी

--सम्यक ११:४७, १२ फरवरी २००९ (UTC)

"/" के बारे में

विनय,

किसी भी रचना का लिंक बनाते समय "/" के दोनों ओर एक-एक स्पेस दें तो बेहतर होगा। इससे पढ़ने में भी आसानी होती है और यही कविता कोश की अब तक की convention भी रही है। ऐसा न करने से कोई मुश्किल खड़ी नहीं होती -सो कभी-कभी ऐसी ग़लती के होने को हम महत्वपूर्ण नहीं मानते। लेकिन संभव हो तो इससे बचना चाहिये।

--सम्यक १०:३३, १४ फरवरी २००९ (UTC)