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(वंदना मिश्र)
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कैसे हैं ललित जी, दो साल बीत गए शायद वंदना जी की कविताएँ आपको नहीं भेज पाया...अगर उनका पृष्ठ बनवा दें तो समय निकाल कर उनकी कविताएँ अपलोड कर दूँगा। -हेमंत
 
कैसे हैं ललित जी, दो साल बीत गए शायद वंदना जी की कविताएँ आपको नहीं भेज पाया...अगर उनका पृष्ठ बनवा दें तो समय निकाल कर उनकी कविताएँ अपलोड कर दूँगा। -हेमंत
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ललित जी और भाई अनिल,
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नमस्ते, लंबे अंतराल के बाद मैं यहाँ फिर से उपस्थित हूँ और योगदान देने की स्थिति में हूँ। पीछे छूट गया काम भी अब पुरा कर सकता हूँ।
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-हेमंत जोशी

03:38, 8 मई 2020 का अवतरण

यह मेरा वार्ता पन्ना है। यहाँ आप मुझसे बातचीत कर सकते है

प्रिय हेमन्त! तुमने फ़्रांसिसी कविता के अपने जिस संग्रह को अपने पन्ने में जोड़ा है, उसे अनूदित कविता के फ़्रांसिसी कविता वाले पन्ने पर ही जोड़ना होगा। तुम्हारे पन्ने पर हम तुम्हारी इस किताब का लिंक दे देंगें। लेकिन किताब अनूदित कविता वाले विभाग में ही रखी जाएगी। कविता कोश में एक ही कवि की कविताएँ दो अलग-अलग जगह जोड़ने और नए से नए पन्ने बनाने की कोई तुक नहीं है। अभी तुम उस पन्ने को ऎसे ही छोड़ दो।

सुझाव के लिए धन्यवाद। बात समझ आ गई है और कुछ परिवर्तन भी कर दिया है। आशा है नीतिगत ही होगा। हेमन्त 9-4-09

कविता कोश के लिये नये नामो का सुझाव...

आदरणीय हेमंत जी,

आपने कविता कोश के लिये विश्वरंजन जी का नाम सुझाया इसके लिये बहुत धन्यवाद। टीम इस पर अवश्य गौर करेगी। यदि आप और भी रचनाकारों के नाम सुझाना चाहें तो कृपया kavitakosh@gmail.com पर ईमेल भेज कर ऐसा करें -इससे टीम को सभी सुझावों परखने में आसानी होती है। नाम के अलावा यदि रचनाकार के बारे में कोई और सूचना आपके पास हो तो कृपया वह भी ईमेल से भेजें। अधिक जानकारी के लिये आप नये नाम जोड़ने की प्रक्रिया पन्ना देख सकते हैं।

कविता कोश में आपका योगदान बहुत सराहनीय है!

सादर

--सम्यक ११:३५, १ मई २००९ (UTC)

प्रिय हेमन्त, विश्वरंजन का नाम कविता कोश में जोड़ दिया है। उनकी कविताएँ जोड़ने का काम तुम्हें करना होगा। उनका चित्र और परिचय भी उपलब्ध कराओ। शुभकामनाओं सहित। -अनिल जनविजय

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प्रिय हेमन्त, तुम विश्वरांजन की कविताओं के नाम जोड़ रहे हो। लेकिन हर नाम जोड़ने के बाद उसको सहेजने की ज़रूरत नही है। सारी कविताओं के नाम एक बार में ही लिखो और फिर उस पन्ने को सहेज दो (save कर दो)। यही प्रक्रिया है। जो प्रक्रिया तुम अपना रहे हो, उससे कविता कोश पर बहुत बोझ पड़ता है। हर बार एक पंक्ति या नाम के चंद शबों की जगह फिर से पूरे पन्ने की सारी सामग्री सहेजी जाती है और यह सब कोश के इतिहास में जुड़ता जाता है। कोश कम भारी हो (या उस पर भार कम पड़े) इसके लिए एक बार में ही सारी कविताओं के नाम जोड़ना उचित रहेगा। अनिल जनविजय

मैं ह्युगो का चित्र और कुछ कविताएँ अपलोड करना चाह रहा हूँ लेकिन लगता है इसके लिए मेरा नाम अपलोडर सूची में होना आवश्यक है। क्या इस पर विचार करेंगे। -हेमंत जोशी

अपलोडर सूची

आदरणीय हेमंत जी,

मैं आपका नाम अपलोडर सूची में जोड़ रहा हूँ। हमें फ़ाइल्स अपलोड करने पर प्रतिबन्ध लगाना पड़ा क्योंकि लोग अवांछित फ़ाइल्स अपलोड कर रहे थे।

अब आप फ़ाइल्स अपलोड कर सकेंगे।

सादर

--सम्यक ०४:५८, ५ अगस्त २००९ (UTC)

सम्यक जी, परिवर्तन के लिए धन्यवाद। प्रतिबंध लगाना जायज था।

कविता कोश में वार्तालाप

नमस्कार,


कविता कोश में सदस्यों के बीच वार्तालाप को सुचारु बनाने के उद्देशय से मैनें एक लेख लिखा है। कृपया इसे पढ़ें और इसके अनुसार कोश में उपलबध वार्तालाप सुविधाओं का प्रयोग करें। हो सकता है कि आप इन सुविधाओं का प्रयोग पहले से करते रहें हों -फिर भी आपको यह लेख पूरा पढ़ना चाहिये ताकि यदि आपको किसी सुविधा के बारे में पता नहं है या आप इन सुविधाओं का प्रयोग करने में कोई त्रुटि कर रहे हैं तो आपको उचित जानकारी मिल सके।


यह लेख सदस्य वार्ता और चौपाल का प्रयोग नाम से उपलब्ध है।


शुभाकांक्षी

--सम्यक १६:०९, २६ सितम्बर २००९ (UTC)

एक रचना एक से अधिक संग्रहों में...

नमस्कार,


पिछले दिनों अमिताभ जी, श्रद्धा और धर्मेन्द्र कुमार को कविता कोश में रचनाएँ जोड़ते समय एक समस्या का सामना करना पड़ा था। यदि एक ही रचना किसी कवि के एक से अधिक संग्रहों में प्रकाशित हुई हो तो क्या उस रचना को हर संग्रह के लिये अलग-अलग टाइप करना चाहिये? इसका जवाब है "नहीं"...


आज मैनें KKRachna टैम्प्लेट के कोड में कुछ बदलाव किये हैं। इससे अब आप किसी भी रचना को एक से अधिक संग्रहों का हिस्सा बता सकते हैं। इसके लिये आपको संग्रहों के नामों को सेमी-कोलन (;) से अलग करना होगा। उदाहरण के लिये:


{{KKRachna
|रचनाकार=सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
|संग्रह=परिमल / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला";अनामिका / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
}}


इस उदाहरण में रचना को 2 संग्रहों (परिमल / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" और अनामिका / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला") का हिस्सा बताया गया है। ध्यान दीजिये कि दोनों संग्रहों के नाम सेमी-कोलन (;) से अलग किये गये हैं। इस तरह ज़रूरत पड़ने पर आप किसी रचना को कितने भी संग्रहों का हिस्सा बता सकते हैं।


इस सुविधा का प्रयोग होते हुए आप यहाँ देख सकते हैं: मित्र के प्रति / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"


आशा है आपको यह सुविधा उपयोगी लगेगी।


सादर


--सम्यक २१:३५, १९ अक्टूबर २००९ (UTC)

बहुत दिनों बाद यहाँ आया हूँ..इस उम्मीद के साथ कि आने वाले कुछ दिनों में कुछ और योगदान कर सकूँ..कोई सुझाव या संदेश?

स्वागत है

आपका फिर से स्वागत है हेमंत जी!

आप जो भी रचनाएँ जोड़ना चाहें जोड़ सकते हैं। ०५ जुलाई को कविता कोश के चार वर्ष पूरे हो रहे हैं। हम सब इसी कोशिश में हैं कि इससे पहले ही कोश ३०,००० पन्नों का आंकड़ा पार कर जाए। आपका योगदान इस दिशा में सहायक होगा।

सादर

--सम्यक 04:15, 17 अप्रैल 2010 (UTC)

प्रिय हेमन्त! कहाँ गायब हो गए थे? मेरी तरह तुम भी किसी योजना में लग गए होंगे। नयी उपलब्धियाँ क्या हैं, बताओ कुछ। कविता कोश में सक्रिय हो जाओ अब। बाक़ी तो सम्यक ने लिख ही दिया है। तुम्हारा--अनिल जनविजय 14:08, 17 अप्रैल 2010 (UTC)

कहीं नहीं..लौट तो आया हूँ पर पिछले दो दिन से आँख में कंजंक्टिवाइटिस से त्रस्त हूँ दो एक दिन और फिर वहीं मुस्तैदी...

कविता कोश टीम, एक लंबे अंतराल के बाद फिर से सक्रिय होने लौटा हूँ...सबको राम राम...सम्यक या अनिल से निवेदन है कि भारतीय अंग्रेज़ी कविता में सुहास बोरकर का नाम जोड़ें..उनकी अंग्रेजी कविताएँ और उनके जनसत्ता में छपे अनुवाद यहाँ संग्रहीत करने की ज़िम्मेदारी में लेता हूँ।


प्रिय हेमन्त ! सुहास बोरकर का नाम जोड़ दिया है। भारतीय भाषा विभाग के अँग्रेज़ी उपभाग में उनका नाम शामिल है। तुम्हारा----अनिल जनविजय 18:12, 30 मई 2011 (UTC)

एक नाम और

प्रिय बंधू, वंदना मिश्र का नया संग्रह आया है वे फिर आये हैं...कृपया उनका नाम जोड़ दें ताकि उनकी कुछ कविताएँ यहाँ दे सकूँ...कैसे हैं आप सब लोग ..कई दिन गायब रहा मैं.. हेमंत

वंदना मिश्र

हेमंत जी, नमस्कार!

बहुत दिन के बाद आपको कविता कोश पर फिर से देखकर बहुत खुशी हुई। क्या आप वंदना मिश्र जी की कुछ रचनाएँ kavitakosh@gmail.com पर भेज सकते हैं?

सादर

--Lalit Kumar 09:52, 31 मार्च 2012 (CDT)

कैसे हैं ललित जी, दो साल बीत गए शायद वंदना जी की कविताएँ आपको नहीं भेज पाया...अगर उनका पृष्ठ बनवा दें तो समय निकाल कर उनकी कविताएँ अपलोड कर दूँगा। -हेमंत

ललित जी और भाई अनिल, नमस्ते, लंबे अंतराल के बाद मैं यहाँ फिर से उपस्थित हूँ और योगदान देने की स्थिति में हूँ। पीछे छूट गया काम भी अब पुरा कर सकता हूँ। -हेमंत जोशी